चंडीगढ़/विपिन परमार
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने विधायकों की गाड़ी पर लाल झंडी लगाने की इजाजत दे दी है, जिस पर MLA, हरियाणा विधानसभा लिखा होगा. इस झंडी के लगने के बाद से और कुछ हो या ना हो, विधायकों को टोल प्लाजा पर जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीवीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में पहल के बाद माननीयों की गाड़ी से लाल बत्ती उतर गई थी, जिसकी वजह से पब्लिक प्लेस में उन्हें कई बार दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता था.
बत्ती हटने का साइड इफ़ेक्ट सबसे ज्यादा टोल प्लाजा पर ही देख ने में आया था, कई विधायकों को टोल प्लाजा पर घण्टों खड़ा रहना पड़ा, क्योंकि कभी पहचान पत्र नहीं होता था तो कभी टोल कर्मी ही इससे अनजान होता था. ऐसे में हरियाणा विधानसभा ने इस समस्या का हल ढूंढ निकाला है. हरियाणा विधानसभा से विधायकों को पहले गाड़ी के लिए स्टिकर मिलता था, लेकिन अब लाल झंडी मिलेगी.
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया यह कोई VVIP कल्चर नहीं है. एक विद्यायक का प्रोटोकॉल चीफ सेक्रेट्री के बराबर होता है, ऐसे में अधिकारी खुद झंडी लगाकर घूमते हैं, लेकिन टोल प्लाजा पर विधायकों को फजीहत का सामना करना पड़ता है. कई बार टोलकर्मी विधायकों से लंबी पूछताछ करने लगते हैं. ऐसे में विधायकों की गाड़ी पर लाल झंडी लगाने का फैसला उनकी सहूलियत के लिए और उनके प्रोटोकाल के साथ-साथ आत्मसन्मान के लिए उठाया गया है.
हिमाचल विधानसभा की तर्ज पर हरियाणा विधानसभा को पेपर लेस करने की पूरी तैयारी की जा चुकी है. इस बाबत जानकारी देते हुए ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार इसका ज्यादा खर्च उठाएगी. और मुनासिब हुआ तो अगले सत्र तक हरियाणा विधानसभा पूरी तरह से पेपरलेस हो जाएगी.
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