फरीदाबाद/सुधीर शर्मा: यमुना का जल स्तर दिन प्रतिदिन बढ़ने से फरीदाबाद के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। खासकर वह किसान जो यमुना नदी से सट कर बसे हुए हैं वहां पर बाढ़ का खतरा अत्यधिक है ऐसे में उन्हें अपनी फसलों की भी चिंता है जो कि ज्यादातर नष्ट हो चुकी है और अब यह किसान टकटकी लगाए यमुना नदी के किनारे बैठे हैं कि अगर यमुना नदी का जलस्तर इसी प्रकार बढ़ता रहा तो 2 से 3 दिन में यहां बाढ़ आ जाएगी और इन्हें यहां से कहीं दूसरी तरफ प्रस्थान करना पड़ेगा जिसमें इन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना होगा।
यमुना नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए किसानों का कहना है कि अभी हाल फिलहाल में उनकी कई फसलों को भारी नुकसान हो चुका है जिसमें उन्होंने अपनी पूंजी भी लगाई थी उसकी भरपाई कैसे होगी और आगे आने वाले दिन में अगर बाढ़ आ जाती है तो इन लोगों को अपना घर भी छोड़ कर यहां से जाना पड़ सकता है। यमुना नदी में पानी का स्तर बढ़ने से किसानों की लाखो रुपये की फसलें तबाह हो गई हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि अब वे क्या करें और इस स्थिति से कैसे निपटें। इन गरीब और असहाय किसानों का कहना है कि यह फसल उनकी आय का एकमात्र जरिया थी और इस नुकसान से उबर पाना उनके लिए एक बड़ी चुनौती है।
यमुना का जलस्तर बढऩे से फसलों और यमुना के किनारे रहने वाले लोगों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है देखना होगा कि प्रशासन संभावित बाढ़ से निपटने के लिए क्या जरूरी दिशा-निर्देश जारी करती हैं।