Sunday, November 24, 2024
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बिना जांच कोरोना का इलाज करने वाले डॉक्टर्स पर होगी कार्रवाई

करनाल/केसी आर्य: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिले में कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज को कोविड अस्पताल बनाया गया है। इस अस्पताल में 500 बेड होंगे जबकि इससे पहले 150 बेड को कोविड मरीजों के लिए रखा गया था। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में नॉन कोविड मरीजों को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया जाएगा और वहीं पर ही मरीज का ईलाज होगा, परंतु ओपीडी कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में भी लगातार चलती रहेगी। किसी भी व्यक्ति को कोरोना महामारी से डरने की जरूरत नहीं, सजग और सावधान रहने की जरूरत है।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि कोरोना महामारी का प्रकोप काफी बढ़ रहा है, जिसके कारण 1 सितम्बर को करनाल में 200 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जिनमें 5 लोगों की मौत भी हुई है जोकि काफी चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों के लिए करनाल में सभी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में पहले 150 बेड की व्यवस्था थी, पिछले कुछ दिनों से मरीजों की संख्या बढ़ रही है जिसके कारण आने वाले दो दिनों में कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के आईबीडी वार्ड को कोविड अस्पताल बनाया गया है, जिसमें 500 बेड हैं। किसी भी जिलावासी को घबराने की जरूरत नहीं। यदि किसी को कोरोना के लक्षण खांसी, जुकाम, बुखार या शरीर का टूटना, सांस लेने में तकलीफ आती है तो सबसे पहले वह संबंधित सीएचसी, पीएचसी और कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में अपना कोरोना का टेस्ट करवाए। उन्होंने कहा कि 1 सितम्बर को 5 लोगों की मृत्यु हुई है उनमें से 3 लोग ऐसे थे जिन्हें काफी दिनों से बुखार था परंतु वह अपना उपचार बिना जांच करवाए आरएमपी से करवाते रहे। जब ऑक्सीजन का लेवल काफी नीचे आ गया तब वह मेडिकल कॉलेज में आए, परिणाम स्वरूप डाक्टर इन मरीजों का ईलाज नहीं कर सके। उन्होंने जनता से अपील की है कि डरने की जरूरत नहीं है, वह अपना ईलाज जरूर करवाएं, अब अधिकतर पॉजिटिव मामलों में घर पर ही स्थिति अनुसार आईसोलेट किया जाता है।उन्होंने कहा कि जिला में 500 बेड का कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है, सभी बेड पर ऑक्सीजन उपलब्ध है, इतना ही नहीं कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में 75 वेंटिलेटर हैं जिनमें से अभी तक 7 वेंटिलेटर को प्रयोग में लाया जा रहा है।

उपायुक्त ने जनता को आश्वस्त किया कि कोरोना चाहे जिले में कितना ही पैर पसारे जिला प्रशासन हर स्थिति के लिए तैयार है और सभी स्वास्थ्य सुविधाएं जिले में उपलब्ध हैं।उपायुक्त ने आरएमपी और अनाधिकृत डाक्टर्स को चेतावनी दी कि वह बुखार, खांसी व अन्य कोरोना के लक्षणों के मरीजों का बिना कोरोना जांच के ईलाज न करें। यदि वह ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि 1 सितम्बर को मरने वाले 2 मरीजों को दवाई देने वाले अनाधिकृत डाक्टरों की पहचान कर ली गई है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने करनाल की जनता से अपील की कि कोरोना से डरें न बल्कि सजगता से काम लें, अपना टेस्ट करवाएं, सोशल डिस्टैंसिंग और मास्क का प्रयोग करें। उन्होंने पुलिस और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का प्रयोग न करने वालों के चालान करें और उनसे सख्ती से निपटें। उन्होंने यह भी कहा कि सितम्बर के महीने में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होगी, सभी सावधान रहें।

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