Saturday, July 27, 2024
Homeরাজ্যचीन दुनिया में  तबाही मचाना  चाहता है – इंद्रेश कुमार

चीन दुनिया में  तबाही मचाना  चाहता है – इंद्रेश कुमार

कैथल/जोगिंदर कुंडू

राष्ट्रीय स्वयं सेवक  संघ के अखिल  भारतीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. इन्द्रेश कुमार ने कहा कि चीन ने अपना इरादा साफ कर दिया है कि वह दुनिया  में तबाही मचाना  चाहता है। चीन ने जैविक हथियार तैयार करके इसका प्रमाण भी दे दिया है। इसमें ना तो चीन की और ना ही किसी अन्य देश की खुशहाली है। इस आर्थिक मंदी में वो विश्व पर मार्किट पर कब्ज़ा  करना चाहता है। चीन दुनिया में बड़ा तानाशाह बनने का सपना देख रहा है। इन्द्रेश कुमार कैथल में हरियाणा वन विभाग के  पूर्व चेयरमैन अरूण सर्राफ  के निवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।

Indresh Kumar, Sangh's Go to Man for Tibetan Outreach

उन्होंने कहा कि ऐसे में देश की जनता से एक ही अपील है कि व्यापारी चीनी माल बेचे नहीं और ग्राहक चीनी माल खरीदें नहीं। हम इस आंदोलन को लांच  कर रहे हैं। आर्थिक तौर पर भी चीन की कमर तोड़कर उसे हराया जा सकता है। इंद्रेश ने कहा कि अगर हम आर्थिक तौर पर चीन की कमर तोड़ेंगे तो तो पाकिस्तान की दादागिरी  भी कम होगी। उन्होंने कहा कि भारतीयों को चाहिए कि वो अपना माल बेचे, अपना माल खरीदे और अपने ही माल का प्रचार प्रसार करें। उन्होंने कहा कि चीन के बहकावे में आकर नेपाल भी भारत को आंखे  दिखा रहा है जबकि नेपाल के साथ भारत के रिश्ते बहुत अच्छे हैं। नेपाल के साथ भारत के धार्मिक,ऐतिहासिक , भागौलिक व सांस्कृतिक रिश्ते हैं। भारत में 70 लाख नेपाली रहते हैं। उन्हें भारत की फौज  भी नौकरी मिलती है। उन्होंने कहा कि 6 हजार करोड़ प्रति वर्ष पेंशन के रूप में नेपाल में रहने वाले उन नेपालियों और गोरखाओं को मिलता है जिन्होंने भारत की सेना में भारत माता की जय और बंदे मातरम  के स्वर बोले हैं। इतना सब होने के बाद भी अगर हमारा सेना चीफ  वहां जाए तो उनकी सेवा सेल्यूट करती है और अगर उनका सेना चीफ  यहां आए तो हमारी सेना भी सेल्यूट करती है।

इंद्रेश कुमार ने कहा कि चीन की अधिनायकवादी नीति की सीधी चोट भारत पर है और यह केवल भारत पर ही नहीं आसपास भी फैलेगी। उसने मुस्लिम सूबा  सिकांग को हड़पा, 12 लाख लोगों का कतल  करके तिब्बत हड़पा, तायबान और हांगकांग  पर उसकी गिद्द  दृष्टि है और हिमाचल में आकर घुसकर   बैठा है। कुछ अन्य इलाकों में भी उसकी सेनाये  बैठी हैं। चीन नेपाल को इतने आर्थिक दबाव में ले आया है कि नेपाल ने चीन की बजाय भारत के खिलाफ दो बुनियाद प्रस्ताव पास कर दिए हैं जिसका कोई महत्व नहीं है। इसी प्रकार वो पाकिस्तान को भी उकसा  रहा हैं। ऐसी परिस्थितियों में नेपाल में तो चीन के खिलाफ प्रदर्शन होने भी शुरू हो गए हैं। इसी प्रकार पाकिस्तान के कुछ सांसदों व पत्रकारों ने भी चीन के खिलाफ लिखना शुरू कर दिया है। इंद्रेश ने चीन  के साथ हुई झड़प पर बोलते हुए कहा कि चीन ने यह तो प्रमाणित  कर दिया कि वो सीमा पर शांति नहीं रखेगा, पड़ोसियो को भारत के साथ सद्भावना से नहीं रहने देगा। चीन के इस प्रकार से व्यवहार से इस बात के आसार कम होते जा रहे हैं। इन्द्रेश कुमार ने कहा कि भारत मां के लिए लड़ना हमारे लिए स्वर्ग  का रास्ता है।

SHARE
RELATED ARTICLES
Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it

Most Popular