अब किसान मंडी में जाने से पहले एक बार प्रशासन से पूछ लें कि उन्हें फसल किस मंडी में बेचनी चाहिए.. किस मंडी में व्यवस्थाएं दुरुस्त है.. ताकि आपको मंडी में जाने के बाद असुविधाओं से दो-दो हाथ न होना पड़े.. ऐसा कुछ रोहतक के डीसी आरएस वर्मा का मानना है..
दरअसल प्रदेश के कई हिस्सों में हुई बारिश से किसानों को नुकसान की आशंका है… वहीं रोहतक में किसानों की फसल मंडी के खुले आंगन में होने की वजह से भीग गई… जिसके बाद मामले को लेकर डीसी आरएस वर्मा से किसानों की परेशानी के बारे में बात की गई तो डीसी ने बेतुकी सी सलाह दे डाली…. डीसी आरएस वर्मा ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि किसानों को बेहतर इंतजाम वाली मंडियों में धान बेचने जाना चाहिए… इससे आगे बढ़कर डीसी ने कहा कि रोहतक अनाज मंडी में पर्याप्त शेड हैं…
लेकिन किसानों ने डीसी के दावों की पोल खोलकर रख दी.. किसानों का कहना है पिछले दो साल से मंडी में शेड उखड़े हुए है, जिलको लेकर प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा… वहीं मंडी में रखी धान की बोरियों के चारों ओर पानी ही पानी भरा नजर आया… पानी में भीगने की वजह से ढेरियों पर धान उगने शुरू हो गए… किसानों का आरोप है कि ये सब प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है