महेन्द्रगढ़/प्रदीप बालरोडिया
क्षेत्र के आसपास के गांवों के लोगों का शुक्रवार को उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उन्होंने कई दशक के बाद इस क्षेत्र के बीचों-बीच बह रही बरसाती दोहान नदी में पानी बहते हुए देखा । मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा भी पहुंचे जहां आसपास के छ: गांवों के लोग मौजूद थे।
पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने इस मौके पर बताया कि उन्होंने अपने मंत्रितत्व काल के दौरान वर्ष 2018 में गांव सिहमा माइनर से डेरोली जांट के पास गांव बसई तक लगभग तीन करोड़ की लागत से कच्ची नहर का निर्माण कराया था। इस नहर के निर्माण का उद्देश्य यहां के भूमिगत जल स्तर को ऊंचा उठाना है जो इन दिनों 800 फूट की गहराई पर चला गया है।
रामबिलास शर्मा ने बताया कि भूमिगत जल स्तर गिरने से क्षेत्र के अधिकांश कूएं बर्बाद हो चुके थे। इन नलकूपों को फिर से चालू करने के लिए ही इस नहर का निर्माण कराया गया था। नहर के निर्माण से यहां के कुओं में जल स्तर ऊपर आया है।
किसान इस बात के लिए खुश हैं कि वे फिर से खेती को अपना मुख्य धंधा बना लेंगे। शर्मा ने इस नहर में दो महीने लगातार पानी चलाने के लिए उच्च अधिकारियों से फोन पर बात भी की । रामबिलास शर्मा ने बताया कि इस नहर में पानी चलने से क्षेत्र के लगभग 40 गांवों में भूमिगत जल स्तर ऊपर आ जायेगा । उन्होंने बताया कि पानी के मामले को लेकर उन्होंने अपने मंत्रितत्वकाल के दौरान अनेकों योजनाओं को मंजूरी दिलाई थी जिनमें इसके अलावा निम्बेहड़ा माइनर, बसई माइनर, बवाना माइनर आदि प्रमुख हैं । इन पर युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। इन योजनाओं के पूर्ण हो जाने पर महेन्द्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र में अगले कई वर्षों तक पानी की कोई दिक्कत नहीं आयेगी।