रेवाड़ीः बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया. इन शब्दों को नारा कहें या जुमला, ये स्लोगन्स कई बार दीवारों पर लिखे दिखते हैं, अखबार में पढ़ने को मिलते हैं. लेकिन बात जमीनी हकीकत की हो तो ये सारे दावे प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़ जाते हैं. प्रदेश में ऐसे कई स्कूल हैं जहां शिक्षा के मंदिरों छात्रों के साथ किसी ने किसी तरीके खिलवाड़ हो रहा है. ताजा मामला रेवाड़ी का है जहां राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने स्कूल को छोड़कर सड़क पर पाठशाला लगा ली. दरअसल, स्कूल में लगातार टीचर्स की कमी बनी हुई है. जिसके चलते छात्राएं परेशान हैं और लगातार स्कूल प्रशासन से टीचर्स की भर्ती की मांग कर रही हैं. छात्राओं का कहना है कि उसके स्कूल में लंबे समय से हिन्दी और संस्कृत के टीचर नहीं हैं. जिसके चलते उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है.
बता दें कि छात्रों के धरने का दूसरा दिन है. बीते दिन भी छात्रों ने जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में धरना दिया था. वहीं इस धरने का समर्थन करने के लिये पूर्व बिजली मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी धरना स्थल पर पहुंचे और छात्रों की समस्या का समाधान करने की मांग की.
जहां सरकार प्रदेश में शिक्षा के स्तर को लेकर शीर्ष राज्यों की पंक्ति में शामिल होना चाह रही है. वहीं प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण कोई खास प्रगति नहीं हो रही है.