उच्चतर शिक्षा विभाग का नया वेब पोर्टल, 158 सरकारी कॉलेजों की वेबसाइट और राज्य में शोध को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा तैयार जर्नल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंस नामक ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं की भी शुरुआत की. कोविड-19 महामारी के चलते विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को राहत देते हुए, सभी स्नातक पाठ्यक्रमों में पंजीकरण और प्रोस्पेक्टस शुल्क को भी माफ किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन एडमिशन पोर्टल शुरू किया गया है ताकि छात्र घर बैठे ही एडमिशन प्रक्रिया पूरी कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी देश या राज्य का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि उसके नागरिक कितने शिक्षित हैं। शिक्षा हर देश को हर क्षेत्र में विकसित करने में अहम भूमिका निभाती है, इसलिए हरियाणा में हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि राज्य का प्रत्येक युवा शिक्षित और संस्कारित हो, ताकि वह अपने देश और राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाने में योगदान दे सके।
उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा में यह सुनिश्चित करना होगा कि अनुसंधान पर अधिक ध्यान दिया जाए और इसके लिए हरियाणा में अधिक से अधिक कॉलेज और विश्वविद्यालय खोले गए हैं। शिक्षा के साथ-साथ कौशल भी समान रूप से महत्वपूर्ण है और इसके लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय खोला गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के स्तर को भी ऊपर उठाने का प्रयास किया जाना चाहिए। इसके साथ ही छात्रों के तकनीकी कौशल को भी बढ़ावा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विदेशी विश्वविद्यालयों को भी हरियाणा में अपना कैंपस स्थापित करने के लिए आकर्षित करने की दिशा में बढऩा होगा ताकि राज्य के युवाओं को लाभ मिल सके। राज्य सरकार छात्रों के हित को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखने के लिए प्रतिबद्ध है।