चंडीगढ़/विपिन परमार
सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने आज हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ द्वारा तैयार की गई रिफाइंड शुगर ब्रांड नामत: ‘‘ईखशु शुगर’’ की छोटी पैंकिंग्स को लांच किया। इस रिफाइंड शुगर की छोटी पैंकिंग्स सैशे, एक किलोग्राम व पांच किलोग्राम में बाजार में उपलब्ध होगी। इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि फिलहाल यह रिफाइंड शुगर रोहतक की सहकारी चीनी मिल में तैयार की जा रही है और इसकी सफलता के उपरांत रिफाइंड शुगर का उत्पादन गोहाना की सहकारी चीनी मिल में भी किया जाएगा।
सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने शुगर मिल के प्रोडक्ट लॉन्च किये. EKSHU के नाम से शुगर के प्रोडक्ट लॉन्च करने के बाद मंत्री बनवारी लाल ने बताया कि घाटे से उबारने के लिए शैशे, एक किलो और पांच किलो के पैक बनाए गये हैं. उन्होंने बताया कि शैशेज़ को रेस्टोरेंट और होटलों में उपलब्ध कराया जाएगा. ये पैकेट शुगर मिल आउटलेट पर यह उपलब्ध रहेंगे.
बनवारी लाल ने बताया कि पहले पचास किलो का कट्टा होने कि वजह से ज्यादा बिक्री नहीं हो पाती थी. अब आउटलेट पर मार्केट रेट से भी कम कीमत पर चीनी मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि मार्केट में 42 रुपए किलो मिलने वाली चीनी 37 रुपए प्रति किलो दी जाएगी. सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने बुधवार को चंडीगढ़ में हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ द्वारा तैयार की गई रिफाइंड शुगर ब्रांड ‘‘ईखशु शुगर’’ की छोटी पैंकिंग्स को लांच किया। उन्होंने कहा कि सामान्य शुगर के मुकाबले रिफाइंड शुगर महंगी बिकती है, इसलिए विभिन्न पैंकिंग तैयार की गई हैं। ये रिफाइंड शुगर रेस्टोरेंट, होटल, वीटा बूथ, हैफेड बूथ या आऊटलेट के अलावा शुगर मिलों के साथ-साथ बाजार में भी उपलब्ध रहेगी। अब छोटी पैंकिग सैशे , एक किलोग्राम व पांच किलोग्राम की पैकिंग भी बाजार में उपलब्ध होगी ताकि कोई भी व्यक्ति इसे आसानी से ले जा सके।
उन्होंने कहा कि शक्कर और गुड़ बनाने की यूनिट भी जल्द ही पलवल, कैथल और महम में शुरू की जाएगी.
बनवारी लाल ने कहा कि 1 नवम्बर से गन्ने की प्रोसेसिंग भी शुरू कर दी जाएगी. सहकारिता मंत्री ने जल्द ही हरित स्टोर खोले जाने की बात भी कही. मंत्री ने बताया कि इसके लिए पॉलिसी तैयार हो चुकी है. स्टोर बनाने वाली कंपनी को फाइनल किया जा रहा है. मंत्री बनवारी लाल ने MSME द्वारा भी हरित प्रोडक्ट बेचे जा सकने की जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि पलवल, कैथल और महम की सहकारी चीनी मिलों में गुड़ व शक्कर का उत्पादन आने वाले सीजन में किया जाएगा और गुड़ व शक्कर के उत्पादन की सफलता के पश्चात अन्य सहकारी चीनी मिलों में भी गुड़ व शक्कर का उत्पादन होगा। इसके अलावा, शाहबाद के सहकारी चीनी मिल प्लांट में जल्द ही एथोनॉल का उत्पादन किया जाएगा और इसके लिए व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि एथोनॉल के दाम अधिक हैं और इसे पैट्रोल के साथ मिलाकर बेचा जा सकता है, जिससे भी शुगर मिलों को लाभ होगा।